प्यासे कौवे की कहानी
किकी, एक प्यासा कौवा, एक सूखे और उजाड़ इलाके में रहता था। वह पानी की तलाश में मीलों दूर तक उड़ी थी, लेकिन गर्मी ने उसे थका दिया था, और अब वह निर्जलित थी। उसने हर जगह देखा लेकिन खाली हाथ आई।
किकी छोड़ने के लिए तैयार थी जब उसने एक खिड़की पर पानी की बोतल देखी। वह उड़कर उसके पास गई, लेकिन पानी तक नहीं पहुंच सकी क्योंकि जग बहुत गहरा था।
किकी इस मौके को भुनाने के लिए संकल्पित थी, जबकि उसके पास अभी भी यह था। उसने रणनीति बनाने के लिए अपनी कल्पना का इस्तेमाल किया।
उसने पास में कुछ कंकड़ देखे, और अपनी चोंच से उसने उन्हें एक-एक करके उठाया और जग में गिरा दिया। पानी का स्तर बढ़ गया, और किकी अंततः पीने के योग्य हो गई। उसने अपनी प्यास बुझाई और कायाकल्प महसूस किया।
किकी का दृढ़ संकल्प और कुशलता रंग लाई थी। वह एक कठिन बाधा को पार करने और अपनी प्यास बुझाने में सफल रही थी।
कहानी का नैतिक
कहानी का नैतिक यह है कि दृढ़ संकल्प और संसाधनशीलता के साथ, हम सबसे कठिन बाधाओं को दूर कर सकते हैं और अपने लक्ष्यों को प्राप्त कर सकते हैं। यह यह भी सिखाता है कि कभी-कभी रचनात्मक और लीक से हटकर सोचने से समस्याओं को हल किया जा सकता है।
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स्टोरी बुक ऐप बच्चों के लिए कल्पना गतिविधि और शिक्षा की एक शानदार दुनिया खुलती है। इसे छोटे बच्चों की उम्र के लिए उपयुक्त बनाया गया है जो या तो स्वयं पढ़ सकते हैं या समझ सकते हैं।